পরিচ্ছেদঃ ৩. ন্যায়ের সীমালঙ্ঘনকারী বিদ্রোহীদের সাথে যুদ্ধ - ইসলামী রাষ্ট্রের আনুগত্য ত্যাগ করা এবং দল থেকে পৃথক হয়ে যাওয়ার ব্যাপারে সতর্কীকরণ

১১৯৩। আবূ হুরাইরা (রাঃ) হতে বর্ণিত; নবী সাল্লাল্লাহু আলাইহি ওয়াসাল্লাম বলেন, যে ব্যক্তি (ইসলামী রাষ্ট্র নায়কের) আনুগত্য ত্যাগ করবে, মুমিনদের দল থেকে সরে গিয়ে মারা যাবে, সে জাহিলী অবস্থায় মরবে। (অর্থাৎ ইসলাম বর্জিত অবস্থায় তার মৃত্যু হবে)।[1]

وَعَنْ أَبِي هُرَيْرَةَ - رضي الله عنه - عَنْ النَّبِيِّ - صلى الله عليه وسلم - قَالَ: «مَنْ خَرَجَ عَنِ الطَّاعَةِ, وَفَارَقَ الْجَمَاعَةَ, وَمَاتَ, فَمِيتَةٌ جَاهِلِيَّةٌ». أَخْرَجَهُ مُسْلِمٌ

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صحيح رواه مسلم (1848) وعنده: «من الطاعة» وأيضا: «فمات، مات ميتة جاهلية» وزاد: «ومن مات تحت راية عمية، يغضب لعصبة، أو يدعو إلى عصبة، فقتل، فقِتلة جاهلية، ومن خرج على أمتي يضرب برها وفاجرها، ولا يتحاشى من مؤمنها، ولا يفي لذي عهد عهده، فليس مني ولست منه

وعن ابي هريرة رضي الله عنه عن النبي صلى الله عليه وسلم قال من خرج عن الطاعة وفارق الجماعة ومات فميتة جاهلية اخرجه مسلمصحيح رواه مسلم 1848 وعنده من الطاعة وايضا فمات مات ميتة جاهلية وزاد ومن مات تحت راية عمية يغضب لعصبة او يدعو الى عصبة فقتل فقتلة جاهلية ومن خرج على امتي يضرب برها وفاجرها ولا يتحاشى من مومنها ولا يفي لذي عهد عهده فليس مني ولست منه


Abd Hurairah (RAA) narrated, “He who rebels against obedience to the ruler, abandons the Muslim community and then dies, his death will be as if he died at the time of Jahiliyah.” Related by Muslim.


হাদিসের মানঃ সহিহ (Sahih)
বর্ণনাকারীঃ আবূ হুরায়রা (রাঃ)
পুনঃনিরীক্ষণঃ
বুলুগুল মারাম
পর্ব - ৯ঃ অপরাধ প্রসঙ্গ (كتاب الجنايات) 9/ Crimes (Qisas or Retaliation)